धान की पैदावार कैसे बढ़ाएं: धान की बालियों के निकलने के बाद यदि आप इन दो उर्वरकों को अपने खेत में डालते हैं तो धान के पैदावार में आप बढ़ोतरी देखेंगे। किसान भाइयों धान में अब बालियां निकलने लगी है बालियों में दाने का भराव शुरू हो गया है और यह सही समय है कि धान के खेत में आपको इन दो उर्वरकों को डालना चाहिए।
ताकि पैदावार पिछले साल की तुलना में अधिक हो, डेन चमकदार हो, वजनदार हो और खाने में स्वादिष्ट हो, बालियों में दाने का भराव अच्छा हो, दाना अधपका ना रह जाए। वे कौन से दो उर्वरक है जिन्हें आपको धान के खेत में अवश्य बालियां निकलते समय डालना चाहिए।
कई सारे किसान भाई यह पूछते हैं कि उनके धान की फसल में में दाना नहीं पड़ता है। इन सभी समस्याओं का निदान मिलेगा आज के इस लेख में किसान भाई यदि आप इस आर्टिकल को पढ़ना नहीं चाहते हैं तो आप नीचे दिए गए वीडियो को प्ले करके भी वीडियो देख सकते हैं वीडियो और आर्टिकल में दोनों जगह एक ही जानकारी दी गई है।
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धान का पैदावार कैसे बढ़ाएं? | Dhan ki paidavar kaise badhaye
एनपीके 0:0:50 का स्प्रे
किसान भाई जब आपके धान की खेत में सभी पौधों में अच्छी तरह से बालियां निकल आए तब आपको अपने धान की फसल में एनपीके 0:0:50 का स्प्रे करना चाहिए। इस दवा का स्प्रे करना बहुत आवश्यक हो जाता है जब धान की फसल में बालियां निकल रही हो।
जो किसान भाई इस दवा का छिड़काव नहीं करते हैं उन्हें इसका बुरा परिणाम देखने को मिलता है। उनकी पैदावार घटती है, दाने चमकदार नहीं होते हैं, वजनदार नहीं होते हैं, मोटे या महीन नहीं होते हैं और खाने में स्वादिष्ट भी नहीं होते हैं, इसके अलावा दाने का रंग भी अच्छा नहीं होता है।
जिसके कारण किसान भाइयों को मार्केट में धान का सही मूल्य नहीं मिलता है। इसीलिए किसान भाइयों जब आपके धान की फसल में बालियां निकल आए तो इस दवा का छिड़काव करना अत्यंत आवश्यक हो जाता है। मिट्टी का pH मान घर पर कैसे चेक करें .
आवश्यक मात्रा
एनपीके 0:0:50 की मात्रा एक से डेढ़ किलो प्रति एकड़ के हिसाब से लेना है।
रोगों का उपाय
इस समय धान की फसल में एक सबसे अधिक रोग देखने को मिलता है बैक्टीरिया लिव लाइट, यह रोक धान की फसल के लिए काफी खतरनाक होता है और यह धन की फसल को बहुत अधिक हानि पहुंचना है। इस रोग के उपाय या बचाव के लिए आपको अपनी धान की फसल में कॉपर ऑक्सिक्लोराइड और स्ट्रेप्टोसाइक्लिन इन दोनों दवाओं को एक साथ मिलाकर के धान की फसल में अवश्य छिड़काव करना चाहिए। रामबाण उपाय: धान में तना छेदक पत्ता लपेट सुंडी मिनटों में खत्म।
आवश्यक मात्रा
कॉपर ऑक्सिक्लोराइड 500 ग्राम प्रति एकड़ और स्ट्रेप्टोसाइक्लिन 18 ग्राम प्रति एकड़ दोनों का अच्छी तरह से घोल बना ले और अपने फसल में छिड़काव कर दें इससे आपकोअच्छा परिणाम देखने को मिलेगा। और धान में शीथ ब्लाइट रोग: लक्षण, उपचार और रोकथाम।
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