गेहूँ के बुवाई का समय बिल्कुल नजदीक आ चुका है अब अधिकतर किसानों का यही प्रश्न होगा कि इस बार गेहूँ की कौन सी वैरायटी लगाए, प्रतिदिन कई किसानों का यही सवाल हमसे पूछा जाता है। इस लेख के माध्यम से Gehu Ki Top Variety in 2023 के बारे में जानेंगे जो सबसे अधिक उत्पादन निकाल कर देगी, उन्ही Gehu Ki Top Variety in 2023 के बारे में बताएंगे जिनके अंदर पोटेंशियल है अधिक उत्पादन देने की इसलिए लेख को पूरा पढ़ें।
सबसे पहले किसान भाई आपको यह ध्यान रखना है की गेहूँ का तगड़ा उत्पादन चाहिए तो गेहूँ की टॉप वैरायटी के साथ-साथ सही समय पर बुवाई करना बहुत आवश्यक है।
किसान भाई अगेती खेती से ही आप तगड़ा उत्पादन ले सकते हैं इसलिए गेहूँ की अगेती बुवाई 15 अक्टूबर से लेकर के 5 नवंबर तक और अधिक से अधिक 10 नवंबर तक कर सकते है। इसके बाद आप जैसे-जैसे एक-एक दिन पीछे चलते चले जायेंगे गेहूँ का उत्पादन प्रति दिन के हिसाब से कम होती चला जाएगा।
यदि आप सही तरीके से मेहनत कर रहे हैं खाद सही डाल रहे हैं सही समय पर बुवाई कर रहे हैं फिर भी आपको गेहूँ का उत्पादन सही नहीं मिल रहा है तो आप गलती कहां पर कर रहे हैं। किसी भी फसल की खेती कीजिए उसमें अच्छा उत्पादन प्राप्त करने के लिए सही वैरायटी का चयन करना बहुत आवश्यक होता है।
जितने भी नई वैरायटी आ रही हैं उनमें रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छा होता है या कहे अधिक होता है। अर्थात यदि आप नई वैरायटी लगा रहे हैं तो उसमें खर्च कम करना पड़ेगा, रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छी होने के कारण उसमें दवाईयों का छिड़काव कम करना पड़ेगा जिस कारण खर्च कम होगा।
यदि आप लिस्ट निकाल कर देखोगे तो आपको हजारों से भी अधिक वैरायटी गेहूँ की फसल के लिए मिल जाएँगी। परंतु उस लिस्ट में कौन सी वेराइटी लेटेस्ट है और सबसे अधिक उत्पादन देती है यह चयन करना कठिन हो जाता है।
पांच गेहूँ की उन्नत किस्में सबसे अधिक उत्पादन देने वाली
HI1636 पूसा बकुला
यह वैरायटी हमारे Gehu Ki Top Variety in 2023 लिस्ट के पांचवें नंबर पर है। क्योंकि यह किस्म काफी अच्छी पैदावार देती है और मार्केट में इसका रेट भी अच्छा मिलता है। यह चपाती वाली किस्म है। इस किस्मत के पौधे की लंबाई या ऊंचाई 95 से 110 सेंटीमीटर तक होती है और 22 क्विंटल से 27 क्विंटल तक का उत्पादन किस्म से लिया जा सकता है। और इस किस्म को पकने में 120 से 125 दिन का समय लगता है।
इस किस्म को मध्यम अवधि की किस्म कह सकते हैं। सरसों की हाइब्रिड वैरायटी।
HI 1650 पूसा ओजस
हमारे Gehu Ki Top Variety in 2023 लिस्ट के चौथे नंबर पर यह किस्म है और यह 2023 में ही लांच की गई है। पौधे की उचाई 90 से 95 सेंटीमीटर तक होती है। कम लंबाई होने के कारण इसका तना काफी मजबूत होता है इस लिए पौधों के गिरने की समस्या नहीं होगी।
इस किस्म के लिए बुवाई का सबसे सही समय है नवंबर का प्रथम सप्ताह, अर्थात 15 नवंबर तक इस किस्म की बुवाई कर सकते हैं। 125 किलोग्राम प्रति एकड़ के हिसाब से बीज की आवश्यकता होती है। इस किस्म के उत्पादन की बात करें तो कम से कम 60 क्विंटल प्रति हेक्टेयर और अधिकतम 85 क्विंटल प्रति हेक्टेयर उत्पादन मिलता है। 120 से 125 दिनों में पककर यह किस्म तैयार हो जाती है।
यदि पानी के सिंचाई की उपलब्धता कम है तो आप दो पानी देकर भी अच्छा उत्पादन ले सकते हैं। इस किस्म के लिए सिंचाई की अधिक आवश्यकता नहीं होती है। इस किस्म दाना लंबा और ठोस होता है और चमकीला भी होता है। इसलिए यह किस्म में अच्छा रेट भी दिला सकती है। रामबाड़ उपाय: सभी जंगली जानवरों की छुट्टी करने का नया तरीका।
श्रीराम 303
हमारे Gehu Ki Top Variety in 2023 लिस्ट के तीसरे नंबर पर यह किस्म है श्री राम की बहुत सारी किस्मे है इससे पहले श्री राम वालो ने 111 किस्म लांच किए थे उसने भी बहुत बढ़िया उत्पादन दिया है लेकिन 111 किस्म में थोड़ी झरने वाली समस्या देखी जाती है अर्थात जब गेहूँ की बालियां पक जाती है तो उस समय बालियों में से दाना झरने लगता है।
तो इस कारण से 111 किस्म को किसानों ने लगाना बंद कर दिया था इसके बाद श्री राम वालों ने 303 किस्म लांच किया, इस किस्म के पौधों की लंबाई थोड़ा अधिक हो जाती है लेकिन यदि इस किस्म के पौधों की लंबाई नियंत्रित कर लेते हैं तो यह किस्म बहुत अच्छी साबित होगी।
एक पौधे में लगभग 10 से 12 कल्ले निकलते हैं और यह रोग प्रतिरोधक किस्म है। देखिए किसान भाई जितनी भी नई-नई किस्मे लॉन्च हो रही हैं उनमें रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छी होती है। और यह सिर्फ गेहूँ की फसल के लिए ही नहीं, बल्कि सभी फसलों के लिए नई किस्मों में रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छी होती है।
जिससे दवाइयां का खर्च बच जाता है श्रीराम 303, 130 से 135 दिन में पक कर तैयार होती है और 25 से 30 क्विंटल प्रति एकड़ उत्पादन होता है। बीज दर 100 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर के हिसाब से रखना होता है लेकिन यदि बुवाई में देरी हो जाती है तो 125 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर बीज दर रखना होता है।
लेकिन यदि आपके पास तीन से चार बार सिंचाई करने की सुविधा है तभी आप इस किस्म की बुवाई करें अन्यथा उत्पादन कम देखने को मिलेगा। खेती में कामयाबी के पाँच मूल मंत्र जो दिलाएँगे मोटा मुनाफ़ा! जिन्हे धनी किसान सबसे अधिक छुपाते है।
DBW 303
हमारे Gehu Ki Top Variety in 2023 लिस्ट के दूसरे नंबर पर यह किस्म है यह किस्म भी श्रीराम 303 की तरह ही है। उत्पादन 25 से 35 क्विंटल प्रति एकड़ है और इस किस्म के लिए तीन से चार बार सिंचाई की आवश्यकता होती है और 130 से 140 दिन में पककर तैयार होती है। गरीब से धनी बनाने वाला गांव में शुरू करे 6 कृषि बिजनेस।
HI 8759 पूजा तेजस
हमारे Gehu Ki Top Variety in 2023 लिस्ट के पहले नंबर पर यह किस्म है यदि आप ऐसी किस्म की बुवाई करना चाहते हैं जिसमें पानी की आवश्यकता कम पड़े तो यह किस्म सबसे अच्छी होगी। इस किस्म की विशेषता यह है कि इसके पौधे नीचे नहीं गिरते हैं इसके पौधे की लंबाई 85 से 90 सेंटीमीटर ही होती है जिस कारण पौधे गिरने की समस्या कम होती है।
और सबसे अच्छी बात यह है कि इस किस्म की रोग प्रतिरोधक क्षमता बहुत अच्छी है। और रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छी होने के साथ-साथ कम पानी में भी अच्छा उत्पादन देने में सक्षम है।
यदि आपके पास दो से तीन सिंचाई करने की सुविधा है फिर भी 25 से 30 क्विंटल प्रति एकड़ के हिसाब से उत्पादन दे सकती है। अगर खेत की मिट्टी में जल्दी पानी सूख जाता है तो वहां पर तीन पानी देना होगा अन्यथा दो पानी में काम चल जाएगा।
एक पौधे में 15 से 18 कल्ले निकलते हैं और बीज दर 120 से 125 किलोग्राम प्रति हेक्टर के हिसाब से रखना है। और देरी होने पर 135 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर बीज दर रख सकते है। कभी कर्ज में डूबी थी यह महिला आज डेरी फॉर्म से लाखो कमाई कर रही है।
आपको कौन-सा किस्म अच्छा लगा है कमेंट करके जरूर बताएं और अपने किसान मित्रों के साथ साझा अवश्य करें।
यह भी पढ़े –
>> Sarso Ki Top 5 Variety
>> 2 करोड़ रूपए/वर्ष वैज्ञानिक की नौकरी छोड़ नींबू की खेती से कमा रहा किसान किराए के खेत से।
>> मिट्टी का pH मान घर पर कैसे चेक करें
>> सिर्फ 3 दिन में उगाये धनिया रामबाड़ नया तरीका
>> एक एकड़ से रोज़ाना 5 हज़ार कमाई वाला खेती का नम्बर 1 मोड्ल
>> अक्टूबर के महीने में लगाए ये 15 सब्जियाँ और कमाए लाखों