नवंबर के महीने में लगाए जाने वाले उन फसलों के बारे में बताएंगे जनसे आप अधिक कमाई कर सकते हैं इस लेख में कुछ चुनिंदा सब्जी फसलों के बारे में बताएंगे साथ ही यह भी बताएंगे कि उन फसलों को कैसे लगाना है। हमारा फोकस होता है कि हम ऐसे फसलों की खेती के बारे में बताएं जिसमें कम खर्च और कम समय में अधिक पैदावार हो ताकि अधिक कमाई हो सके।
और हमने इस बात पर अधिक ध्यान दिया है कि हम वह कौन सी फसलों को लगाए ताकि जल्द से जल्द बाजार में तैयार होकर पहुंच जाए और उसका अच्छा भाव बाजार में मिले, क्योंकि बाजार में फसल जितनी जल्दी तैयार होकर पहुंचेगी उसका रेट उतना ही अच्छा मिलता है।
और यदि उत्पादन भी अच्छा निकल जाता है तो सोने पर सुहागा हो जाएगा इसलिए November me konsi sabji lagaye इस लेख को पूरा पढ़े और हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से अवश्य जुड़े।
नवंबर में लगाई जाने वाले फसले
हम उन सब्जिय फसलों के बारे में बताएंगे जिन्हें आप देश के उन सभी स्थानों पर लगा सकते हैं जहां पर सामान्य तापमान होता है।
सामान्य तापमान पर लगाई जाने वाली सब्जी वर्गीय फसले
पहली फसल
इस समय पर आप हरी मटर को लगा सकते हैं हमने पहले स्थान पर हरी मटर को रखा है अगर आपने अगस्त या सितंबर महीने में हरी मटर की फसल लगाई होती तो दिसंबर आते-आते आपकी मटर तैयार हो जाती है और उसका बाजार भाव ₹100 प्रति किलो के हिसाब से मिलता।
लेकिन 20 नवंबर से पहले आप हरी मटर लगा देते हैं तो आपको अधिक बाजार भाव देखने के लिए तो नहीं मिलेगा लेकिन उत्पादन बहुत ही शानदार मिलेगा।
दूसरी फसल
दूसरे नंबर पर गोभी की फसल है आप इस फसल को आप सामान्य तापमान वाले देश के किसी भी क्षेत्र में लगा सकते हैं अब गोभी फसल के अंदर फूलगोभी, पत्ता गोभी और ब्रोकली आती है। और इन फसलों में ब्रोकली का सबसे अच्छा बाजार भाव मिलता है।
लेकिन ब्रोकली की फसल के साथ एक बड़ी समस्या यह है कि जहां पर अधिक डिमांड होती है वहीं पर आप इसकी अधिक पैदावार कर सकते हैं अन्यथा आपका उत्पादन नुकसान में जाएगा क्योंकि जहां पर इसका डिमांड अधिक होगा बाजार भी वही मिलेगा।
तो ब्रोकली की फसल लगाने से पहले आपको यह जांचना आवश्यक है कि आपके आसपास या आपके बाजार में इसकी डिमांड है या नहीं अन्यथा आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है।
यह भी पढ़े –
>> गेहूँ बुवाई से पहले यूरिया देने के जबरदस्त परिणाम।
>> गेहूं की TOP 5 वैरायटी पैदावार 85 क्विंटल।
>> आलू का साइज कैसे बढ़ाए ?
तीसरी फसल
तीसरे नंबर पर फ्रेंच बीन है। फ्रेंच बीन को नवंबर के महीने पर लगाने पर इसकी ग्रोथ शानदार होती है भले ही थोड़ा सा अधिक ठंड पड़े लेकिन फिर भी इसमें ग्रोथ अच्छी देखने को मिलती है। फ्रेंच बीन का बाजार भाव ₹30 से ₹50 प्रति किलो के हिसाब से सामान्यतः प्रत्येक वर्ष देखने को मिलता है। इस फसल में अधिक खर्च करने की आवश्यकता भी नहीं होगी।
चौथी फसल
चौथे नंबर पर रवि प्याज की फसल है। वर्तमान समय में प्याज का भाव सबसे अच्छा है जिन किसानों ने प्याज की फसल सही समय पर लगा ली होगी और इस समय प्याज को बाजार में पहुंचा दिए है, वह अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं।
लेकिन यदि आप रवि की प्याज लगा देते हो तो जब यह बाजार में जिस समय जाएंगे उस समय बाजार भाव शानदार मिलेगा। ₹20 से ₹30 के बीच प्याज का भाव देखने को मिलेगा।
यदि नर्सरी उपलब्ध नहीं है तो आप जल्द से जल्द नर्सरी लगा दे 1 महीने के अंदर प्याज की नर्सरी तैयार हो जाएगी और एक फायदा यह है कि यदि उस समय बाजार भाव अच्छा ना मिले तो हरी प्याज भी बेच सकते हैं। आप प्याज को स्टोर कर लीजिए और बरसात के समय पर प्याज को बेचे जिस समय प्याज के भाव अधिक हो रहा होता है।
पांचवी फसल
पांचवें नंबर पर लहसुन की फसल है। लहसुन की फसल अक्टूबर महीने से लेकर पूरे नवंबर महीने तक लगती है लहसुन की बुवाई इस समय कई राज्यों में हो चुकी है लेकिन अभी उत्तर प्रदेश हरियाणा पंजाब इन राज्यों में अब बुवाई होगी। लहसुन के बाजार भाव के बारे में तो आपको पता ही है इस समय लहसुन का बाजार भाव एकदम शानदार मिल रहा है शुरू से लेकर अभी तक लहसुन के बाजार भाव में अधिक कमी नहीं हुई। और आशा है कि अगले साल भी लहसुन की फसल का भाव अच्छा ही रहने वाला है।
इन फसलों के साथ-साथ इस समय मूली, शलजम, धनिया और पालक की बुवाई कर सकते हैं देखिए इन फसलों का बाजार भाव अच्छा तो नहीं मिलेगा लेकिन उत्पादन ताबड़तोड़ होगा।
छटवीं फसल
यदि आप थोड़ा सा अधिक खर्च कर सकते हैं तो आप पॉलीहाउस या लो टनल पॉलीहाउस लगाकर खीरे की खेती कर सकते हैं जब खीरे की फसल को पाले से बचा करके बाजार में ले जाएंगे उसे समय खीरे का बाजार भाव बहुत ही अच्छा मिलेगा।
सातवीं फसल
सातवें नंबर पर हमने करेले की फसल को रखा है जिसकी डिमांड हर मौसम में एक समान बनी रहती है बल्कि बढ़ती ही जा रही है। इस फसल की सबसे खास बात यह है कि इसमें नुकसान सबसे कम देखने को मिलता है। और इस समय पर करेले की फसल लगाने पर साल का सबसे अच्छा बाजार भाव देगा।
यदि आपके क्षेत्र में पाला अधिक पड़ता है तो आपको टनल विधि से लगानी होगी इसमें थोड़ा सा खर्च अधिक होगा लेकिन पैदावार अच्छा देखने को मिलेगा। टनल विधि में एक बार खर्च करने पर उसका इस्तेमाल तीन-चार साल लगातार कर सकते हैं।
टनल विधि से लगाने में प्रति एकड़ ₹7000 के लगभग खर्च आता है जिसे आप तीन से चार साल तक चला सकते हैं।
यह भी पढ़े –
>> अपने घर का खर्चा बचाए, देशी अरहर एक बार बोएं 5 साल खाएं ! बिना खेत के
>> सिर्फ 3 दिन में उगाये धनिया रामबाड़ नया तरीका
>> सरसों में पहली सिंचाई के समय डालें ये खाद स्प्रे 15 क्विंटल की है गारंटी