शीथ ब्लाइट रोग एक फफूंदजनित रोग है जो धान की फसल को प्रभावित करता है। यह रोग राइजोक्टोनिया सोलेनाई नामक फफूंद के कारण होता है। शीथ ब्लाइट रोग उच्च तापमान (28-32 डिग्री सेल्सियस), नाइट्रोजन उर्वरक के उच्च स्तर और 85-100 प्रतिशत से आर्द्रता वाले क्षेत्रों में होता है। बारिश के मौसम में पौधे शीथ ब्लाइट की चपेट में आ जाते हैं।
शीथ ब्लाइट रोग के लक्षण
शीथ ब्लाइट रोग के प्रमुख लक्षण निम्नलिखित हैं:
- पत्तियों पर हरे रंग के धारियां बन जाती है।
- पत्तियों पर हरे कत्थई धब्बे बन जाते है।
- तने के चारों तरफ धब्बे सफेद और भूरे दिखाई पढ़ने लगता हैं।
- प्रभावित पौधे बलिया नहीं निकलते हैं या निकलते हैं तो उसमें दाने बहुत कम निकलते हैं।
- दानों पर भूरे रंग के काले रंग के धब्बे पड़ जाते हैं।
उपचार
शीथ ब्लाइट रोग से बचाव के लिए निम्नलिखित उपाय किए जा सकते हैं:
- रोग की रोकथाम के लिए बीज उपचार आवश्यक है। बीज उपचार के लिए कार्बेन्डाजिम 50% डब्ल्यूपी या मेटालैक्सिल-एम 37% डब्ल्यूएस का प्रयोग करें।
- खेत में जल निकास की उचित व्यवस्था करें। खेत में जल निकास की उचित व्यवस्था न होने से खेत में अधिक नमी बनी रहती है, जो शीथ ब्लाइट रोग के लिए अनुकूल वातावरण होता है।
- उर्वरकों का संतुलित मात्रा में उपयोग करें। उर्वरकों का अत्यधिक उपयोग भी शीथ ब्लाइट रोग के लिए अनुकूल वातावरण बनाता है।
- रोग दिखाई देने पर तुरंत फफूंदनाशक का छिड़काव करें। फफूंदनाशक का छिड़काव 150-200 लीटर पानी में 300-400 मिलीलीटर की दर से करें।
फफूंदनाशक
शीथ ब्लाइट रोग के उपचार के लिए निम्नलिखित फफूंदनाशक का उपयोग किया जा सकता है:
- कार्बेन्डाजिम 50% डब्ल्यूपी
- प्रोपिकोनाज़ोल 25% डब्ल्यूपी
- मेटालैक्सिल-एम 37% डब्ल्यूएस
- ट्राइफोलोक सेंट एस्ट्रॉबिन 25% डब्ल्यूपी
फफूंदनाशक का छिड़काव
फफूंदनाशक का छिड़काव सुबह या शाम को करें। छिड़काव के बाद खेत में सिंचाई न करें।
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अतिरिक्त जानकारी
- रोग के शुरुआती लक्षणों को पहचान कर तुरंत उपचार करना चाहिए।
- फफूंदनाशक का छिड़काव नियमित अंतराल पर करें।
- खेत में रोगग्रस्त पौधों को नष्ट कर दें।
शीथ ब्लाइट रोग की रोकथाम के लिए किसान भाई निम्नलिखित सावधानियों का भी ध्यान रखें:
- धान की उन्नत किस्मों का चयन करें जो शीथ ब्लाइट रोग के प्रतिरोधी हों।
- बीज उपचार के लिए फफूंदनाशक का प्रयोग करें।
- खेत में जल निकास की उचित व्यवस्था करें।
- उर्वरकों का संतुलित मात्रा में उपयोग करें।
- रोगग्रस्त पौधों को नष्ट कर दें।
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शीथ ब्लाइट रोग से बचाव के लिए सरकार द्वारा निम्नलिखित कदम उठाए जा रहे हैं:
- रोग की रोकथाम के लिए किसानों को जागरूक किया जा रहा है।
- रोग की रोकथाम के लिए प्रभावी फफूंदनाशक विकसित किए जा रहे हैं।
- रोगग्रस्त क्षेत्रों में रोग नियंत्रण के लिए कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।
निष्कर्ष
शीथ ब्लाइट रोग एक गंभीर रोग है जो धान की फसल को भारी नुकसान पहुंचा सकता है। किसान भाई इन उपायों को अपनाकर अपने धान की फसल को इस रोग से बचा सकते हैं।